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Description
प्रणाम! मैं हिन्दू हूं! रुद्राक्ष की माला भी मैं हूं कृपाण, कटार और भला भी मैं हूं श्वेत भी हूं, और शुद्ध भी मैं हूं विरुद्ध हो गर मेरे, तो युद्ध भी मैं हूं तुम्हें मिलने वाला शरण भी मैं हूं जीवन दायी हूं, पर थन जाए तो मरण भी मैं हूं इतिहास में बहा आंसू और खून भी मैं हूं तुम्हारी रागों में दौड़ता जूनून भी मैं हूं तुम्हें कहेगा, वो सुकून भी मैं हूं की इस धरती का मैं केंद्र बिन्दु हूं प्रणाम! मैं हिन्दू हूं!
The Hidden Hindu
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